सर्दियां शुरू होते ही मक्के की रोटी के साथ सरसों के साग की खुशबू भारतीय रसोई को महकाने लगती है। इस मौसम का साग खाने के शौकीन लोग बड़ी बेसब्री से इंतजार करते हैं। सरसों के साग में बहुत सारे फिनोल्स और फ्लेवोनोइड्स के साथ फाइबर, प्रोटीन, विटामिन के, मैंगनीज, कैल्शियम, विटामिन बी 6, विटामिन सी और कई अन्य पोषक तत्व मौजूद होते हैं। यही वजह है कि सरसों का साग सिर्फ खाने में स्वादिष्ट ही नहीं बल्कि सेहत के लिए भी कई तरह से फायदेमंद होता है। सेहत के लिए इतना फायदेमंद होने के बावजूद क्या आप जानते हैं कुछ लोगों को सरसों का साग खाने की मनाही होती है। अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से उन्हें सेहत से जुड़ी कई परेशानियां हो सकती हैं।
पेट संबंधी समस्याएं-
अगर आप पहले से ही पाचन संबंधी समस्याओं से परेशान रहते हैं तो सरसों के साग के सेवन से बचें। सरसों का साग पचाने में भारी होता है, जो बदहजमी, पेट फूलना ,गैस की समस्या जैसी दिक्कतें पैदा कर सकता है।
ब्लड प्रेशर की समस्या-
सरसों का साग बनाते समय लोग इसमें घी और मक्खन का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में अगर आप पहले से ही ब्लड प्रेशर या कोलेस्ट्रॉल की समस्या झेल रहे हैं तो सरसों के साग का सेवन सोच-समझकर करें।
पथरी की समस्या-
जिन लोगों को पथरी की समस्या है, उन्हें सरसों का साग खाने से परहेज करना चाहिए। इससे पथरी में होने वाला दर्द बढ़ सकता है। अगर आप अक्सर एसिडिटी की समस्या से परेशान रहते हैं, तो आपको इसके सेवन से बचना चाहिए। इसमें मौजूद फाइबर आपकी एसिडिटी को और भी बढ़ा सकता है।