भारत के स्टार टेनिस प्लेयर सुमित नागल ने दुनिया के 27वें नंबर के खिलाड़ी कजाकिस्तान के अलेक्जेंडर बुब्लिक को 6-4, 6-2, 7-6 से हराकर पहली बार ऑस्ट्रेलियन ओपन के दूसरे दौर में प्रवेश किया। वे एक बार और ऑस्ट्रेलियन ओपन के मुख्य दौर में खेल चुके हैं, लेकिन पहले ही दौर में बाहर हो गए थे, लेकिन इस बार वे दूसरे दौर में पहुंच गए हैं। भारत के इस युवा खिलाड़ी के लिए ये किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है। किसी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में सीडेड खिलाड़ी को हराने वाले रमेश कृष्णन (1989) के बाद वे पहले भारतीय बने हैं।
रमेश कृष्णन 1970 के दशक के अंत में एक जूनियर खिलाड़ी के रूप में विंबलडन और फ्रेंच ओपन दोनों में एकल खिताब जीते। 1980 के दशक में तीन ग्रैंडस्लैम क्वॉर्टर फाइनल में पहुंचे और विजय अमृतराज की कप्तानी वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे, जो 1987 में स्वीडन के खिलाफ डेविस कप के फाइनल में पहुंची थी। कृष्णन ने 1989 के ऑस्ट्रेलियन ओपन में तत्कालीन विश्व नंबर 1, मैट विलेंडर को भी हराया। वह 2007 में भारत के डेविस कप कप्तान बने।
सुमित नागल पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम इवेंट के दूसरे दौर में पहुंचे हैं। 2021 में भी ऑस्ट्रेलियन ओपन के मुख्य ड्रॉ में वाइल्ड कार्ड एंट्री करके जगह बनाई थी, लेकिन पहले ही मुकाबले में उनको हार मिली थी। हालांकि, इस बार वे क्वॉलिफाइंग राउंड के जरिए मुख्य ड्रॉ में शामिल हुए और अब पहले दौर का मुकाबला भी जीत लिया है। 2 घंटे 37 मिनट तक चले मुकाबले में सुमित नागल ने एलेक्जेंडर बुब्लिक के खिलाफ जीत दर्ज की।