उत्तराखंड के तराई पश्चिम वन प्रभाग में बाघ का आतंक कैसे थमेगा अब यह एक पहली बनता जा है। वन विभाग की ओर से लगाए गए पिंजरों के पास एक के बाद एक 7 बाघ गुजर गए, लेकिन हैरानी की बात है कि एक भी बाघ झांसा में नहीं आया। चिंता की बात है कि हमलावर बाघ को वन विभाग दो महीने बाद भी नहीं पकड़ सका है।
घटनास्थल पर लगाए पिंजरे के आसपास से सात बार बाघ गुजर रहे हैं। लेकिन इनमें से एक भी वन विभाग की पकड़ में नहीं आया है। ऐसे में वन विभाग की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। वन विभाग हमलावर की पहचान कर उसे रेस्क्यू सेंटर भेजना चाहता है। तराई पश्चिम वन प्रभाग की आमपोखरा रेंज के हाथीडगर में बाघ ने बीती नौ नवंबर की शाम महिला पूजा देवी पर हमला किया था।
उसकी मौत हो गई थी। दूसरे ही दिन बाघ ने बाइक सवार तीन युवकों पर हमला किया। बाघ के खूंखार होने पर उसे पकड़ने की अनुमति दी गई थी। एसडीओ संदीप गिरी ने बताया कि कैमरा ट्रैप में सात बाघ पिंजरे के पास दिखे हैं।