उत्तरकाशी जिले में चिन्यालीसौड़ के कुमराड़ा गांव निवासी 28 वर्षीय शैलेंद्र कठैत चीन सीमा में पेट्रोलिंग के दौरान ग्लेशियर में फिसलने से शहीद हो गए। वह गढ़वाल स्काउट में जोशीमठ में तैनात थे। हादसा गोल्डुंग पोस्ट नीती पास बॉर्डर में हुआ। शैलेंद्र की शहादत की खबर मिलते ही पूरे जनपद में शोक की लहर छा गई।
शहीद के परिजनों का भी रो-रो कर बुरा हाल है। सोमवार को सेना के अधिकारियों ने परिजनों को शैलेंद्र की शहादत की जानकारी दी। शैलेंद्र पेट्रोलिंग के लिए साथियों के साथ जा रहे थे, तो अचानक उसका पैर फिसल गया। वह पहाड़ी से नीचे गिर गए। जब तक उसको निकाला गया।
तब तक जान चली गई थी। मामा ओम प्रकाश ने बताया कि दो महीने पहले ही शैलेंद्र के पिता कृपाल सिंह कठैत की मौत हो गई थी। 22 नंवबर को छुट्टी काटकर शैलेंद्र ड्यूटी पर लौटे थे। शैलेंद्र 2017 में लैंसडौन में भर्ती हुए थे। शैलेंद्र की अपनी पत्नी अंजू देवी से दो दिन पहले ही फोन पर बात हुई थी। शहीद शैलेंद्र का अंतिम संस्कार बुधवार को उनके पैतृक घाट कुमराड़ा में सैनिक सम्मान के साथ किया जाएगा।